कच्ची हल्दी के फायदे : आज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कच्ची हल्दी के फायदे के बारे में, और साथ ही इसे आपको कैसे इस्तेमाल करना है ? कितनी मात्रा में हर रोज इस्तेमाल करना हमारे लिए ठीक रहेगा, इन सभी के बारे में इस आर्टिकल में हम बात करेंगे।
--------------------------------
- इम्यूनिटी -
कच्ची हल्दी का सेवन इम्यूनिटी को इंप्रूव तो करता ही है, साथ ही साथ सर्दी के मौसम में इंटरनली गर्म रखता है, और ठंड और कफ होने से भी बचाता है। कच्ची हल्दी आपको छोटे-मोटे सर्दी जुकाम और वायरल इंफेक्शन से आपको बचा के रखेगा।
- त्वचा के लिए फायदेमंद -
कच्ची हल्दी का सेवन आपके ओवरऑल आपकी स्किन क्वालिटी को भी इंप्रूव करता है, हल्दी में कारकोमिन नाम का एक कंपाउंड पाया जाता है, जो की बहुत ही इफेक्टिव होता है।
- अल्जाइमर के लिए फायदेमंद -
अल्जाइमर, हार्ट डिजीज और कैंसर से लड़ने में और उससे बचाव करने में साथ ही इसकी एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज हेल्प करती हैं। डिप्रेशन से बाहर निकलने में डिप्रेशन ना होने देने में हेल्प करते हैं और साथ ही अर्थराइटिस जैसे सिचुएशन को भी इंप्रूव होने में हेल्प करती है।
- कोलेस्ट्रॉल में भी फायदेमंद -
इतना ही नहीं हल्दी का सेवन कोलेस्ट्रॉल को भी कंट्रोल करता है, ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है। टर्मरिक में मौजूद अगर कारकोमीन का एक्टिव रिजल्ट आप चाहते हैं, तो इसे कंबाइन करके साथ क्योंकि ब्लैक पेपर के साथ क्योंकि ब्लैक पेपर जो है कारकोमिन को एक्टिवेट करता है, और हमारी बॉडी उसे ईजीली अब्जॉर्ब कर पाती है, और हमें ज्यादा से ज्यादा उसका बेनिफिट मिलता है।
---------------------------
- ध्यान देने योग्य बातें -
कच्ची हल्दी का इस्तेमाल करने के पहले कुछ बातों का ध्यान रखना आपको जरूरी है, जैसे कि हो सके तो कोशिश करें कि ऑर्गेनिक टर्मरिक लाने के बाद उसे अच्छे से वाश करना बिल्कुल नहीं भूले ! आप इसके छिलके का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, और छिलका हटाकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
कच्ची हल्दी को आप ग्रिड करके अपने डिफरेंट रेसिपीज में डाल सकते हैं, या फिर इसका पेस्ट बनाकर आप महीनो के लिए रेफ्रिजरेटर में डी फ्रिज करके स्टोर कर सकते हैं, और आप इसे हल्दी वाला दूध हल्दी की चाय या फिर हर उस रेसिपी में आप इस कच्ची हल्दी का इस्तेमाल कर सकते हैं। जहां पर भी आप हल्दी का पाउडर इस्तेमाल करते हैं, कच्ची हल्दी ज्यादा माइल्ड होती है पाउडर हल्दी की अपेक्षा साथ ही कच्ची हल्दी में बहुत सारे ऐसे न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं, जो की पाउडर बनाने के प्रक्रिया में वह जो माइक्रोन्यूट्रिएंट्स होते हैं वह गायब हो जाते हैं।
कच्ची हल्दी का जो टेस्ट होता है वह पाउडर हल्दी की अपेक्षा थोड़ा सा पंजेंट होता है। जो कि शुरू में अगर आप उसे करेंगे तो शायद आपको उतना अच्छा ना लगे बट ओवर द टाइम अगर आप हफ्ते 10 दिन यूज करेंगे आप अपनी डेली रेसिपीज में तो आपको इसका टेस्ट भी अच्छा लगने लगेगा।
-------------------------------
निष्कर्ष : आज के आर्टिकल में हमने जाना कच्ची हल्दी से मिलने वाले फायदों के बारे में, ऊपर लिखी गई सारी जानकारी इंटरनेट और यूट्यूब से प्राप्त की गई है, इसलिए इसकी सत्यता का दवा नहीं किया जा सकता ! किसी भी परामर्श को उपयोग करने से पहले अपना डॉक्टर से सलाह जरूर लेना चाहिए।
Comments
Post a Comment